राम नवमी स्पेशल: Ram Navami Bahajan, Aarti, Chalisa, Mantra and Puja Vidhi

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राम नवमी स्पेशल | Ram Navami Bahajan, Aarti, Chalisa, Mantra and Puja Vidhi

राम नवमी स्पेशल: Ram Navami Bahajan, Aarti, Chalisa, Mantra and Puja Vidhi
राम नवमी स्पेशल, Ram Navami Bahajan Aarti Chalisa

कहा जाता है कि रावण का वध करने से पहले भगवान राम ने पूरे विधि-विधान से देवी के सभी नौ रूपों की पूजा की थी और माता के आशीर्वाद से दसवें दिन उनकी विजय हुई थी।

राम-रावण युद्ध नवरात्रि में ही हुआ था। अष्टमी और नवमी की शाम को रावण की मृत्यु हो गई और दसवें दिन दाह संस्कार हुआ। इसके बाद विजय दशमी मनाने का मकसद रावण पर राम की जीत यानी असत्य पर सत्य की जीत हो गई। ऐसा माना जाता है कि दाह संस्कार के समय भद्रा नहीं होती है, इसलिए दशमी को विजयदशमी भी कहा जाता है।

जिसके कारण अर्धम पर धर्म की विजय का यह पर्व आज तक बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। रावण दहन नाम का कार्यक्रम भारत के कई राज्यों में आयोजित किया जाता है, जहां रावण की मूर्ति को पटाखों से जलाया जाता है।

राम नवमी व्रत और महत्व | Rama Navami Vrat & Significance

अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है और अयोध्या में रामनवमी उत्सव उल्लेखनीय हैं। दूर-दूर से श्रद्धालु अयोध्या आते हैं। सरयू नदी में पवित्र डुबकी लगाने के बाद भक्त जन्मदिन समारोह में भाग लेने के लिए राम मंदिर जाते हैं।
हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष के दौरान नवमी तिथि को हुआ था। भगवान राम को भगवान विष्णु का 7वां अवतार (अवतार) माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम मंत्र का जाप करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है और स्वास्थ्य, धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।


Shri Ram Aart Lyrics राम जी की आरती | Ram Navami Bahajan

यहाँ प्रभु श्री राम की दो आरतियाँ दी गयी है –

राम आरती होने लगी है – Ram Navami Bahajan

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राम नवमी स्पेशल, Ram Navami Bahajan Aarti Chalisa

यहाँ – राम आरती होने लगी है जग मग जग मग लिरिक्स, Ram Navami Bahajan Lyrics दिया गया है

भजन​​ – राम आरती होने लगी है जग मग जग मग लिरिक्स

राम आरती होने लगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है ||

गावे यश ब्रम्हा मुनि नारद,
अन्य मुनि जे पथ परमारथ,
अन्य मुनि जे पथ परमारथ,
हनुमान पद प्रीत जगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है ||

बाम भाग सिय सोहत कैसी,
ब्रम्ह जिव विच माया जैसी,
ब्रम्ह जिव विच माया जैसी,
भरत शत्रुह्न चवर फबी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है ||

करत अपावन पावन जग में,
नाम राम को आवत हिय में,
नाम राम को आवत हिय में,
मोहन मन में आस लगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है ||

राम आरती होने लगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है,
जग मग जग मग ज्योत जगी है ||


हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ | Ram Navami Bahajan

यहाँ श्री राम जी की आरती Ram Navami Bahajan दिया गया है –

 
हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ,
आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ,
अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ,
हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ ||

कनक सिहासन रजत जोड़ी,
दशरथ नंदन जनक किशोरी,
युगल छबि को सदा निहारूँ,
हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ||
 
बाम भाग शोभित जग जननी,
चरण बिराजत है सुत अंजनी,
उन चरणों को सदा पखारू,
हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ||
 
आरती हनुमत के मन भाए,
राम कथा नित शिव जी गाए,
राम कथा हृदय में उतारू,
हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ||
 
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
वंदन करती दुनिया सारी,
उन चरणों में शीश नवाऊँ,
हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ||
 
हे राजा राम तेरी आरती उतारूं,
आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ,
अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ,
हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ||

Shri Ram Chalisa Lyrics| श्री राम चालीसा लिरिक्स – Ram Navami Bahajan

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|| श्री राम चालीसा लिरिक्स

श्री रघुवीर भक्त हितकारी | सुन लीजै प्रभु अरज हमारी ||
निशिदिन ध्यान धरे जो कोई |  त सम भक्त और नहिं होई ||

ध्यान धरे शिवजी मन माहीं | ब्रह्म इन्द्र पार नहिं पाही |
दूत तुम्हार वीर हनुमाना | जासु प्रभाव तिहुँ पुर जाना ||

तब भुज दण्ड प्रचण्ड कृपाला | रावण मारि सुरन प्रतिपाला |
तुम अनाथ के नाथ गुसाई | दीनन के हो सदा सहाई ||

ब्रह्मादिक तव पार न पावे | सदा ईश तुम्हरो यश गावैं ||
चारिहु वेद भरत है साखी। तुम भक्तन की लज्जा राखी ||

गुण गावत शारद मन माहीं | सुरपति ताको पार न पाहीं ||
नाम तुम्हार लेत जो कोई |  ता सम धन्य और नहिं होई ||

राम नाम है अपरम्पारा | चारिउ वेदन जाहि पुकारा ||
गणपति नाम तुम्हारो लीनो | तिनको प्रथम पूज्य तुम कीनो ||

शेश रटत नित नाम तुम्हारा | महि को भार शीश पर धारा ||
फूल समान रहत सो भारा | पाव न कोऊ तुम्हरो पारा ||

भरत नाम तुम्हरो उर धारो | तासों कबहुं न रण में हारो ||
नाम शत्रुहन हृदय प्रकाशा | सुमिरत होत शत्रु कर नाशा ||

लखन तुम्हारे आज्ञा कारी | सदा करत संतन रखवारी ||
ताते रण जीते नहिं कोई | युद्ध जुरे यमहूं किन होई ||

महालक्ष्मी धर अवतारा | सब विधि करत पाप को छारा ||
सीता राम पुनीता गायो | भुवनेश्वरी प्रभाव दिखायो ||

घट सों प्रकट भई सो आई | जाको देखत चन्द्र लजाई ||
सो तुमरे नित पांव पलोटत | नवो निधि चरणन में लोटत ||

सिद्ध अठारह मंगलकारी |  सो तुम पर जावै बलिहारी ||
औरहु जो अनेक प्रभुताई |  सो सीतापति तुमहिं बनाई ||

इच्छा ते कोटिन संसारा | रचत न लागत पल की बारा ||
जो तुम्हे चरणन चित लावै | ताकी मुक्ति अवसि हो जावै ||

जय जय जय प्रभु ज्योति स्वरूपा | नर्गुण ब्रह्म अखण्ड अनूपा ||
सत्य सत्य जय सत्यव्रत स्वामी | सत्य सनातन अन्तर्यामी ||

सत्य भजन तुम्हरो जो गावे | सो निश्चय चारों फल पावे ||
सत्य शपथ गौरीपति कीन्हीं | तुमने भक्तिहिं सब विधि दीन्हीं ||

सुनहु राम तुम तात हमारे | तुमहिं भरत कुल पूज्य प्रचारे ||
तुमहिं देव कुल देव हमारे | तुम गुरु देव प्राण के प्यारे ||

जो कुछ हो सो तुम ही राजा | जय जय जय प्रभु राखो लाजा ||
राम आत्मा पोषण हारे | जय जय दशरथ राज दुलारे ||

ज्ञान हृदय दो ज्ञान स्वरूपा | नमो नमो जय जगपति भूपा ||
धन्य धन्य तुम धन्य प्रतापा | नाम तुम्हार हरत संतापा ||

सत्य शुद्घ देवन मुख गाया | बजी दुन्दुभी शंख बजाया ||
सत्य सत्य तुम सत्य सनातन। तुम ही हो हमरे तन मन धन ||

याको पाठ करे जो कोई | ज्ञान प्रकट ताके उर होई ||
आवागमन मिटै तिहि केरा | सत्य वचन माने शिर मेरा ||

और आस मन में जो होई | मनवांछित फल पावे सोई ||
तीनहुं काल ध्यान जो ल्यावे | तुलसी दल अरु फूल चढ़ावे ||

साग पत्र सो भोग लगावे | सो नर सकल सिद्घता पावे॥
अन्त समय रघुबरपुर जाई | जहां जन्म हरि भक्त कहाई॥

श्री हरिदास कहै अरु गावे |  सो बैकुण्ठ धाम को पावे ||

|| श्री राम चालीसा लिरिक्स ॥ दोहा॥

सात दिवस जो नेम कर, पाठ करे चित लाय |
हरिदास हरि कृपा से, अवसि भक्ति को पाय ||

राम चालीसा जो पढ़े, राम चरण चित लाय |
जो इच्छा मन में करै, सकल सिद्घ हो जाय ||

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Shri Ram Mantra – राम मन्त्र | Ram Navami Bahajan

भगवान राम का नाम स्वयं में एक महामंत्र है || राम नाम की महिमा अपरंपार है || इस अतिरिक्त राम नाम का मंत्र सर्व रूप मे ग्रहण किया जाता है || इस के जप से ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति सहज हो जाती है || अन्य नामो कि अपेक्षा राम नाम हजार नामों के समान है || राम मंत्र को तारक मंत्र भी कहा जाता है || इस मंत्र के जपने से सभी दुःखों का अंत होता है ||

श्री राम मंत्र और श्लोक लिरिक्स, Shri Ram Mantra Lyrics यहाँ दिया गया है – श्री राम मंत्र और श्लोक लिरिक्स


ठुमक चलत रामचंद्र लिरिक्स | Ram Navami Bhajan

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यहाँ – Ram Navami Bahajan Lyrics, ठुमक चलत रामचंद्र लिरिक्स दिया गया है

भजन​​ – ठुमक चलत रामचंद्र लिरिक्स/Ram Navami Bahajan

ठुमक चलत रामचंद्र,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,

किलकि नाथ उठत धाय, गिरत भूमि लटपटाय,
धाय माय गोद लेत,
धाय माय गोद लेत, दशरथ की रनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,

विद्रुम से अरुण अधर,
विद्रुम से अरुण अधर, बोलत मृदु वचन मधुर,
सुन्दर नासिका बीच लटकत लटकनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,

तुलसी दास अति आनंद,
तुलसी दास अति आनंद, निरखि के मुखारविंद,
रघुवर छबि के समान, रघुवर मुख बनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,

तुलसी दास अति आनंद,
तुलसी दास अति आनंद, निरखि के मुखारविंद,
रघुवर छबि के समान, रघुवर मुख बनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियाँ,
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनिया


Shri Ram Navami Pooja Vidhi राम नवमी पूजा विधि

इस पावन दिन शुभ जल्दी उठ कर स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहन लें।

अपने घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।

घर के मंदिर में देवी- देवताओं को स्नान कराने के बाद साफ स्वच्छ वस्त्र पहनाएं।

भगवान राम की प्रतिमा या तस्वीर पर तुलसी का पत्ता और फूल अर्पित करें।

भगवान को फल भी अर्पित करें।

अगर आप व्रत कर सकते हैं, तो इस दिन व्रत भी रखें।

भगवान को अपनी इच्छानुसार सात्विक चीजों का भोग लगाएं।

इस पावन दिन भगवान राम की आरती भी अवश्य करें।

आप रामचरितमानस, रामायण, श्री राम स्तुति और रामरक्षास्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं।

भगवान के नाम का जप करने का बहुत अधिक महत्व होता है। आप श्री राम जय राम जय जय राम या सिया राम जय राम जय जय राम का जप भी कर सकते हैं। राम नाम के जप में कोई विशेष नियम नहीं होता है, आप कहीं भी कभी भी राम नाम का जप कर सकते हैं।


Shri Ram Navami Stuti | श्री राम स्तुति लिरिक्स – Ram Navami Bahajan

यहाँ श्री राम स्तुति लिरिक्स, Ram Navami Bahajan In Hindi दिया गया है –

गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज द्वारा रचित/Ram Navami Bahajan

श्री राम स्तुति :-

श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन,
हरण भवभय दारुणं |
नव कंज लोचन कंज मुख,
कर कंज पद कंजारुणं ||

कन्दर्प अगणित अमित छवि,
नव नील नीरद सुन्दरं |
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि,
नोमि जनक सुतावरं ||

भजु दीनबन्धु दिनेश दानव,
दैत्य वंश निकन्दनं |
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल,
चन्द दशरथ नन्दनं ||

शिर मुकुट कुंडल तिलक,
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं |
आजानु भुज शर चाप धर,
संग्राम जित खरदूषणं ||

इति वदति तुलसीदास शंकर,
शेष मुनि मन रंजनं |
मम् हृदय कंज निवास कुरु,
कामादि खलदल गंजनं ||

मन जाहि राच्यो मिलहि सो,
वर सहज सुन्दर सांवरो |
करुणा निधान सुजान शील,
स्नेह जानत रावरो ||

एहि भांति गौरी असीस सुन सिय,
सहित हिय हरषित अली |
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि,
मुदित मन मन्दिर चली ||

श्री राम स्तुति सोरठा :-
जानी गौरी अनुकूल सिय,
हिय हरषु न जाइ कहि |
मंजुल मंगल मूल वाम,
अङ्ग फरकन लगे ||

|| सियावर राम चन्द्र की जय ||

Ram Stuti Lyrics Video/Ram Navami Bahajan


Ram Navami Bahajan Lyrics | राम जी एवं हनुमान जी के भजन


जीवन में हर प्रकार के सुख और एश्वर्य की प्राप्ति हेतु इस बीज मंत्र द्वारा भगवान श्री विष्णु की आराधना करनी चाहिए। भगवान श्री राम का बीज मंत्र “रीं” है। रीं रामाय नमः।

श्री रामचन्द्राय नमः । ३. राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे । सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने ।।

‘श्री राम जय राम जय जय राम’ – यह सात शब्दों वाला तारक मंत्र है। साधारण से दिखने वाले इस मंत्र में जो शक्ति छिपी हुई है, वह अनुभव का विषय है। इसे कोई भी, कहीं भी, कभी भी कर सकता है। फल बराबर मिलता है।

  1. श्रीरामचन्द्राय नम:।
  2. रामाय नम:।
  3. ह्रीं राम ह्रीं राम।
  4. क्लीं राम क्लीं राम।
  5. फट् राम फट्।
  6. श्रीं राम श्रीं राम।
  7. ॐ राम ॐ राम ॐ राम।
  8. श्रीराम शरणं मम्।
  9. ॐ रामाय हुं फट् स्वाहा।
  10. ‘श्रीराम, जयराम, जय-जय राम’।

आदौ राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम् ||
वैदीहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम् || ||
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम् ||
पश्चाद्‌ रावण कुम्भकर्ण हननम्‌, एतद्धि रामायणम् || ||


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पवन शास्त्री ( सुर सरिता भजन )

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