इस पोस्ट में आपको राजस्थानी भजन के बहुत ही प्रिय व सुपरहिट Top 51 Rajasthani Bhajan Lyrics, राजस्थानी भजन लिरिक्स दिया जा रहा है |
इस पाठ में:
- Top 51 Rajasthani Bhajan Lyrics, राजस्थानी भजन लिरिक्स
- कुछ लोकप्रिय पोपुलर राजस्थानी भजन लिरिक्स
Top 51 Rajasthani Bhajan Lyrics | राजस्थानी भजन लिरिक्स
- हेली म्हारी निर्भय रहीजे रे
- बेटा श्रवण पाणीड़ो पीला
- हरे घास री रोटी लिरिक्स
- मेवाड़ प्यारो लागे जी सा
- हंसा सुन्दर काया रो मत करजे अभिमान
- भेरुजी नाना नाना बाजे घुँघरा भेरुजी
- माजीसा कठे रे सोया सुख भर नींद में
- अरे राम राम रे भाया राम राम रे
- मेहंदी माताजी रे मन भाई मेहंदी राचणी
- जागी जागी जागीजी दिवला री ज्योता जागी माँ
- श्याम थारो नाम लागे भक्ता ने प्यारो है
- बाबा छमछम बाजे घूघरा
- लिलो लिलो घोड़ो रामा हंसालो रे
- पिछम धरा में राजा रामदेव वे जोधा अजमल वाला
- आधी रात ने बजावे कान्हो बंसी ने
- नर रे नारण री देह बनाई
- माजीसा घूमर गालो तो राणो ढोल बजावे
- जसोल री धनियारी मोटो देवरो सा माजीसा
- अंजनी माँ थारो लाल कठे
- गाज्यो गाज्यो जेठ आषाढ़ कंवर तेजा रे
- मरुधर में ज्योत जगाय गयो
- थारे झांझ नगाड़ा बाजे रे
- छमक मन्दरिया में नाचे रे ज्वाला म्हारी
- तम्बुरा सुणले साधु भाई
- दीनानाथ मेरी बात छानी कोणी तेरे से
- म्हारे सिर पर है बाबा जी रो हाथ
- आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे
- मेंहदी रची थारे हाथा में उड़ रहयो काजल आंख्या में
- मायड़ थारो वो पुत कठे लिरिक्स
- सार शब्द ले ऊबरो लिरिक्स
- गंगा मैया ओ गंगा मैया थे पार करो नैया
- जाग जाग मेरी गंगा माई लिरिक्स
- गुरु बिना कोई काम नहीं आवे
- जोधाणा नगरी में म्हारी आई माता रो धाम रे
- बाबो अम्लिडो बाबो अमलीड़ो
- बता मेरे यार सुदामा रे भाई घणे दीना में आया
- मनड़ा रे जे तू बालाजी ने ध्याय सी
- आसरो बालाजी म्हने थारो
- कान्हा रे बागा में झूला घाल्या रे
- अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी
- ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी
- हट मत पकड़े पार्वती
- और भजले रे भाया और भजले
- अबके सतगुरु मोय जगायो
- संगत करो नी निर्मल संत री म्हारी हेली
- एक बार आओ जी बालाजी म्हारे आंगणा
- भजना मे जावा कोनी दे
- खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया
- चौसठ जोगणी रे भवानी
- छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा
- लीलण प्यारी तेजाजी महाराज राजस्थानी भजन लिरिक्स
कुछ पापुलर राजस्थानी भजन लिरिक्स :
चौसठ जोगणी रे भवानी लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
यहाँ – चौसठ जोगणी रे भवानी लिरिक्स, Rajasthani Bhajan Lyrics, राजस्थानी भजन लिरिक्स दिये गये है –
भजन – चौसठ जोगणी रे भवानी लिरिक्स
गायक – प्रकाश माली
चौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय
घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
दोहा – देवा में देवी बड़ी, और बड़ी जगदम्बे माय,
लज्जा मोरी राखियो, कीजो म्हारी सहाय,
कीजो म्हारी सहाय, शरण में आया तेरी,
जगदम्बे महारानी माँ, लाज रख दीजो म्हारी ||
देवलिये रमजाय म्हारे, आंगणिये रमजाय,
चौसठ जोगणी रे भवानी, देवलिये रमजाय
घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
हंस सवारी कर मोरी मैया, ब्रम्हा रूप बणायो,
ब्रम्हा रूप बणायो नवदुर्गा, ब्रम्हा रूप बणायो,
चार वेद मुख चार बिराजे, चारा रो जस गायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
गरुड़ सवारी कर मेरी मैया, विष्णु रूप बणायो,
विष्णु रूप बणायो नवदुर्गा, विष्णु रूप बणायो,
गदा पदम संग चक्र बिराजे, मधुबन रास रचायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
नंदी सवारी कर मेरी मैया, शक्ति रूप बणायो,
शक्ति रूप बणायो नवदुर्गा, शक्ति रूप बणायो,
जटा मुकुट मै गंगा खळके, शेष नाग लीपटायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
सिंघ सवारी कर मेरी मैया, शक्ति रूप बणायो,
शक्ति रूप बणायो नवदुर्गा, शक्ति रूप बणायो,
सियाराम तेरी करे स्तुति, भक्त मंडल जस गायो ||
घूमर घालनी रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
चौसठ जोगणी भवानी, देवलिये रमजाय,
घूमर घालणि रे भवानी, देवलिये रमजाय ||
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छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा लिरिक्स
गायक – प्रकाश माली
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
पर घर प्रीत मत कीजै,
पर घर प्रीत मत कीजै |
पराई नार आ नैण कटारी,
रूप देख मत रीझे,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
घर के मंदरिया में निपट अंधेरो,
पर घर दीवला मत जोजे,
घर को गुड़ कालो ही खा लीजे |
पर चोरी की खांड मत खाजे,
पर घर प्रीत मत कीजै,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
पराया खेत में बीज मत बोजे,
बीज अकारत जावे,
कुल में दाग जगत बदनामी,
बुरा करम मत कीजै |
पर घर प्रीत मत कीजै,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
भाइला री नार जमाण जाई लागे,
बेहनड़ के बतलाजे,
कहत कबीर सुनो रे भाई साधु,
बैकुंठा पद पाजे |
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
तू पर घर प्रीत मत कीजै,
पर घर प्रीत मत कीजै |
पराई नारी रा रूप कटारी,
रूप देख मत रीझे,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा,
पर घर प्रीत मत कीजै,
पर घर प्रीत मत कीजै |
पराई नार आ नैण कटारी,
रूप देख मत रीझे,
रे भाई म्हारा पर घर प्रीत मत कीजै ||
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया लिरिक्स
गायक – प्रकाश माली
दोहा – बाज रहया है तंदूरा, बाबा रे दरबार,
खम्मा खम्मा गावे है, झांजर री झंकार ||
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया,
थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो |
आखो गुजरात हो,
हो अजमालजी रा कवरा ||
भादु रेड़ी दूज ने चमकियो जी सितारो,
पालनिया मे झूलने आयो पालन हारो,
द्वारिका रा नाथ झूले पालनिया,
हो रामा द्वारिका रा नाथ झूले पालनिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
बडोरा विरमदेव छोटा रामदेवजी,
धोरारी धरती मे आया,आया रामापीरजी,
कूम-कू रा पगलिया मांड्या आग्निया,
हो रामा कूम-कू रा पग्लिया मांड्या आग्निया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
सिरपे कीलंगी-तूररो केसरिया हे जामो,
भागता री भीड़ आवे भोलो पिर रामो,
भागता रो मान बडावलिया,
हो रामा भागता रो मान बढावलिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
माता मीणा ने जारा पिता अजमाल जी,
सुगणा रा बीर राणी मेंतल रा भरतार जी,
जगमग जोत जगावणिया,
हो रामा जगमग जोत जगावणिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
काळी बाई बाबा थारा पगल्या पखारती,
लाछा और सुगणा बाई करे हर की आरती,
हरजी भाटी रे मन भावनिया,
हो रामा हरजी भाटी रे मन भावनिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
भागता री पुकार सुणकर रामाधणी आयो है,
दास थारा दर्शन करके घणा सुख पायो है,
चरना रो चाकर छोगालाल बनिया,
हो छोगालाल बनिया,
हो अजमालजी रा कवरा ||
खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया,
थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो |
आखो गुजरात हो,
हो अजमालजी रा कवरा ||
भजना मे जावा कोनी दे लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – भजना मे जावा कोनी दे लिरिक्स
गायक – प्रकाश माली
भजना मे जावा कोनी दे,
सतसंग मे जावा को नी दे,
जम्बुला मे जावा को नी दे |
अछि रे परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
क्यु नहीं कि नी पारस,
पीपली हो म्हारा राज,
रैति वन रे माए,
आवता साधुङा छाया,
बेठता हो म्हारा राज |
म्हारो अमर वेतो नाम,
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
क्यु नहीं कि नि कुआँ,
बावड़ी हो म्हारा राज,
रेति मारग रे माए,
आवता साधुडा पानी,
पिवता हो म्हारा राज,
म्हारो अमर वेतो नाम |
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
क्यु नहीं कि नी वनरी,
रोजङी हो म्हारा राज,
रेति वन रे माए,
आवता साधुङा लेती,
वारणा हो म्हारा राज,
म्हारो अमर वेतो नाम |
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
हाथ जोड़ी ने रूपा बोलिया,
संसारो अमरापुर मे वास,
किरपा भक्ता पर संता राखीजो,
थारो जनम जनम गुण गाये |
अछि परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
भजना मे जावा कोनी दे,
सतसंग मे जावा को नी दे,
जम्बुला मे जावा को नी दे,
अछि रे परनाई रावल,
देस में हो म्हारा राज ||
एक बार आओ जी बालाजी म्हारे आंगणा | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – एक बार आओ जी बालाजी म्हारे आंगणा लिरिक्स
भजन गायक- मुकेश बागड़ा
एक बार आओ जी,
बालाजी म्हारे आंगणा,
थाने टाबरिया बुलावे घर आज,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
केसरिया बागो पहरावा,
चांदी को थाके छतर चढ़ावा,
थाने बनड़ो बनावा बाबा आज,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
केसर चंदन तिलक लगावा,
इतर से बाबा थाने नहलवा,
थाको खूब करा श्रृंगार,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
खीर चूरमा को भोग लगावा,
प्रेम से बाबा थाने जिमावा,
थाके खूब करा मनुहार,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
ग्यारस की म्हे रात जगावा,
भजना सु बाबा थाने रिझावा,
थाका खूब लड़ावा लाड़,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
भगता की थे विनती सुणजो,
दुखड़ा सबका आकर हर जो,
थाकि महिमा अपरम्पार,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
चौखट पे थाकि जो भी आवे,
वो तो हरपल मौज उड़ावे,
थाको नाम जपे दिन रात,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
फागुण में मेहंदीपुर आवा,
आकर के तोके ढोक लगावा,
म्हाका मन में घणो यो चाव,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
फागुण की तो महिमा भारी,
दरश करे लाखो नर नारी,
जामे अमन भी है एक दास,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
एक बार आओ जी,
बालाजी म्हारे आंगणा,
थाने टाबरिया बुलावे घर आज,
पधारो म्हारे आँगणिये ||
संगत करो नी निर्मल संत री म्हारी हेली | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – संगत करो नी निर्मल संत री म्हारी हेली लिरिक्स
गायक – छोटू सिंह रावणा
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली,
आवागमन मिट जाये,
थारो जन्म मरण मिट जाये ||
चन्दन उगो रे हरिया बाग में म्हारी हेली,
खुशी होइ रे वनराय,
आप सुगन्ध ओरो ने करे म्हारी हेली,
सुगन्ध घणी अंग माय ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
बांस उगो रे डरे डुंगरे म्हारी हेली,
झुरन लागी वनराय,
आप बले ओरो ने बाले म्हारी हेली,
कपट गांठ अंग माय ||
संगत करो नी निर्मल…
दव लागो डरे डुंगरे म्हारी हेली,
मिल गई झालो झाल,
ओर सब पंखैरू उङ गया म्हारी हेली,
हंस राज बैठा आय ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
चन्दन हंस मुख बोलीया म्हारी हेली,
थे क्यू जलो हंसराज,
मै तो जला पांखा बायरा म्हारी हेली,
जङा पियाला माय ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
फल खाया ने पान तोङीया म्हारी हेली,
रमीया डालो डाल,
थे जलो ने मै क्यू उबरा म्हारी हेली,
जिवणो कितरा काल ||
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
चन्दन हंस रो प्रेम देख ने म्हारी हेली,
दुधा बरसीयो मैह,
कैवे कबीर सा धरमीदास ने म्हारी हेली,
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली…
संगत करो नी निर्मल
संत री म्हारी हेली,
आवागमन मिट जाये,
थारो जन्म मरण मिट जाये ||
अबके सतगुरु मोय जगायो लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – अबके सतगुरु मोय जगायो लिरिक्स
दोहा – स्वामी सतगुरु ब्रह्म हैं,
फेर सार नहीं कोय,
सुंदर तिनको सिमरते,
सब सिद्द कारज होय ||
दादू राम भजन रे कारणे,
जे थू खड़ा उदास,
साद संगत को सोदले,
राम उन्ही के पास ||
दादू सतगुरु ऐसा मिले,
रज्जब शिष्य सुजान,
एक शब्द में सुलझ गया,
मिट गयी खींचातान ||
बलिहारी गुरु आपनो,
घड़ी-घड़ी सौ सौ बार,
मानुष से देवत किया,
करत न लागी बार ||
तीरथ गये ते एक फल,
सन्त मिले फल चार,
सतगुरु मिले अनेक फल,
कहें कबीर विचार ||
सतगुरू की महिमा अनंत,
अनंत किया उपकार,
लोचन अनंत उघाडिया,
अनंत दिखावणहार ||
गुरु बिन ज्ञान न उपजै,
गुरु बिन मिलै न मोष,
गुरु बिन लखै न सत्य को,
गुरु बिन मिटै न दोष ||
अबके सतगुरु मोय जगायो,
सूतो हुओ अचेत नींद में,
बहुत काल दुख पायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों || ||
केई दफे देव भयो कर्मन से,
केई दफे इंद्र कहवायो,
केई दफे भूत पिशाच निशाचर,
खातों नाय अघायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों || ||
केई दफे मानुष देहि धरके,
भव मण्डल में आयो,
केई दफे पशु और पक्षी होकर,
कीट पतंग रे दिखायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों || ||
तीन गुणा रा कर्मन करके,
ना ना जूण भुगतायो,
स्वर्ग नरक पाताल लोक में,
ऐसो चक्र घुमायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों || ||
ये तो सपना आद अनादि,
वचन झेल थिर थायो,
सूंदर ज्ञान प्रकाश भयो तब,
सारो तिमिर मिटायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों || ||
अबके सतगुरु मोय जगायों,
सूतो हुओ अचेत नींद में,
बहुत काल दुख पायो,
अबके सतगुरु मोय जगायों || ||
और भजले रे भाया और भजले लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – और भजले रे भाया और भजले लिरिक्स
और भजले रे भाया और भजले,
और भजले रे भाया और भजले,
सांवरिया रो ध्यान लगाले रे,
रामजी ने और भजले ||
राम ने भजा तो बेडा पार होवेलो,
श्याम ने भजा तो बेडा पार होवेलो,
तू तो गोविन्द को गुण गाले रे,
रामजी ने और भजले ||
मनक जनम थारा काम आवेलो,
अभी नही समझयो तो पछतावेगो,
थारो जनम अकारथ जावे रे,
रामजी ने और भजले ||
लाडली कमाई थारा काम आवेली,
प्रेम री कमाई थारा काम आवेली,
थारो जनम सफल हो जाये रे,
रामजी ने और भजले ||
प्रभु को भजन थारा साथ जायेगा,
महल मकान यही रह जायेगो,
थारो बेड़ो पार हो जाये रे,
रामजी ने और भजले ||
और भजले रे भाया और भजले,
सांवरिया रो ध्यान लगाले रे,
रामजी ने और भजले ||
थारो जनम अकारथ जावे रे,
रामजी ने और भजले ||
तू तो गोविन्द को गुण गाले रे,
रामजी ने और भजले ||
हट मत पकड़े पार्वती लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – हट मत पकड़े पार्वती लिरिक्स, Hat Mat Pakde Parvati Lyrics
Doha – आप बिना नहीं आसरो,
जगतारण जगदीश,
शंकर भोलेनाथ ने भाया,
चरण निवावा शीश |
हट मत पकडे पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
तु मत जाणे भोलो लावेलो बाराती,
तु मत जाणे भोलो लावेलो बाराती,
वो तो भूतों वाला टोला लावेलो,
हट मत पकडे पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
तू मत जाणे बैठे मेहल माल्या,
तू मत जाणे बैठे मेहल माल्या,
वो तो पहाड़ों पर धुणी जगावे लो,
हट मत पकडे पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
तू मत जाणे गोरा करेला भोजन,
तू मत जाणे गोरा करेला भोजन,
वो तो भांग धतूरा घोटावेलो,
हट मत पकडे पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
तु मत जाणे लावे साल दुशाला,
तु मत जाणे लावे साल दुशाला,
वो तो अंग भभुती रमावेलो,
हट मत पकडे पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
शंभूनाथ शिवजी रो चाकर,
शंभूनाथ शिवजी रो चाकर,
गुरु चरणों में शीश झुकावेलो,
हट मत पकडे पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
हट मत पकड़े पार्वती,
थाने शिवजी परणवा आवेला,
हट मत पकडे पार्वती | |
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी लिरिक्स | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन – ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी लिरिक्स
O Mhara Bal Govinda Ji Lyrics in Hindi
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
रमवा आजो जी के लाजो सखी सहेली जी,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
लाडू मंगइ दु पेड़ा मंगइ दु
साथ मे माखन मिश्री जी ||
म्हारा मन मे ऐसी आवे,
के छप्पन भोग जीमई दु,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
हाथ दुलाये दू पाओ दुलाये दू
और दुलाये दू तुम्हारा मुंडल जी ||
म्हारा मन मे ऐसी आवे,
के अपने हाथ नाल्ये दू
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
चमअरी धुल सिलाय्दु रंग
राधा की टोपी जी ||
म्हारा मन मे ऐसी आवे,
के अपने हाथ पिराये दू,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
राधा बुलइ दु रुकमणी बुलइ दु
और बुलइ दु सतभामा जी ||
म्हारा मन मे ऐसी आवे ,
म्हारा मन मे ऐसी आवे के संग मे रास रचइ दु,
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी,
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
ओ म्हारा बाल गोविन्दा जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी
ओ ठाकुर छैल छबीला जी,
के म्हारे घर रमवा आजो जी ||
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अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी | Rajasthani Bhajan Lyrics
भजन - अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी लिरिक्स
अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी,
अरज सुणो बनवारी,
अरज सुनो गिरधारी सांवरिया म्हारी,
अरज सुनो गिरधारी ||
श्वास श्वास मे थारे सुमीरु दाता,
भूलों मति बनवारी,
भुल गया तो रे,
लाज जावेगी,
हँसी होवेगी घणी थारी,
सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ||
माया नागणि कियो है कुन्डालो दाता,
ईण ते बेगी उबारो,
मोह माया ने रे,
जाल फसायो,
अब सुध लेवो बनवारी,
सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ||
मै मतिहीन हूँ कछु नही दाता,
आयो शरण तिहारि,
भवसागर में रे,
घणो दुख पायो,
अब की पार उतारो,
सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ||
आगे संत अनंत ऊबारया दाता,
अबकी बारी हमारी,
दास मलूक कहे रे,
भूली मति जाजौ,
म्हणे तो भरोसों बड़ो भारी,
सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ||
अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी,
अरज सुणो बनवारी,
अरज सुनो गिरधारी सांवरिया म्हारी,
अरज सुनो गिरधारी ||
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पवन शास्त्री ( सुर सरिता भजन )